altusnewsofficial@gmail.com

जिले की स्थिति सामान्य, असामाजिक तत्वों पर रहेगी पैनी नजर, होगी सख्त कार्रवाईः उपायुक्त

बोकारो म समाहरणालय सभागार में शनिवार को नौकरी की मांग को लेकर बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) प्लांट के एडीएम बिल्डिंग के समीप विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा प्रदर्शन और उसके बाद के घटनाक्रम एवं रामनवमी पर्व की तैयारियों को लेकर उपायुक्त विजया जाधव एवं पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने संवाददाता सम्मेलन किया। मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार एवं सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।उपायुक्त ने कहा कि जिले की स्थिति सामान्य है, आमजन अपने दैनिक दिनचर्या में वापस लौट गएं हैं। विधि व्यवस्था की कहीं कोई समस्या नहीं है। अगर विधि व्यवस्था संधारण में कोई समस्या उत्पन्न करता है, तो असामाजिक तत्वों/हुड़दंगियों के विरूद्ध जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा। किसी भी तरह के सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों के नुकसान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीसीटीवी – वीडियोग्राफी के माध्यम से निगरानी की जा रही है, पूरी स्थिति पर पैनी नजर है।चास अनुमंडल क्षेत्र में धारा 163 लागू है।* जिला प्रशासन के लिए विधि व्यवस्था का संधारण सर्वोच्च प्राथमिकता है।उपायुक्त ने कहा कि सभी जन प्रतिनिधियों एवं पक्षों की उपस्थिति में आहूत वार्ता में विस्थापित अप्रेंटिस संघ के धरना – प्रदर्शन की घटना में मृतक प्रेम कुमार महतो के परिजनों को बीएसएल प्रबंधन द्वारा 25 लाख रूपए मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य के नियोजन पर सहमति बनी है। मुआवजा राशि का चेक एवं नियोजन का आफर लेटर तैयार हैं।उपायुक्त ने बताया कि विस्थापितों की अन्य मांगों के लिए बीएसएल प्रबंधन – विस्थापितों के साथ प्रति माह के 15 तारीख को जिला नियोजन पदाधिकारी एवं अपर समाहर्ता की उपस्थिति में बैठक कर अनुश्रवण करेंगे। वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दिनांक 03.04.2025 को एडीएम बिल्डिंग के समक्ष विस्थापित अप्रेन्टीस संघ के द्वारा अपने विभिन्न मांगों को लेकर धरना- प्रदर्शन करने एवं धरना-प्रदर्शन के दौरान विस्थापित संघ एवं सी.आइ.एस.एफ. बलों के बीच हुई झड़प में विस्थापित संघ के एक व्यक्ति प्रेम कुमार महतो की मृत्यु मामले की विस्तृत जांच के लिए उपायुक्त द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा कमेटी की अध्यक्षता करेंगी। बतौर सदस्य पुलिस उपाधीक्षक नगर एवं कार्य. दण्डा. बोकारो श्रीमती जया कुमारी शामिल हैं। प्रशासनिक भवन में अधिष्ठापित सी.सी.टी.वी फुटेज एवं मीडिया से प्राप्त फुटेज तथा अन्य साक्ष्यों के माध्यम से कमेटी जांच कर विस्तृत जाँच प्रतिवेदन उपलब्ध कराएगी, जिस पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में, वीडियो फुटेज के माध्यम से असामाजिक तत्वों/उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है।आगे, उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन रामनवमी पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर प्रतिबद्ध है, इसको लेकर सभी जरूरी तैयारियां की गई है, चिन्हित स्थानों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी एवं पुलिस बलों को प्रतिनियुक्ति किया गया है। सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। द्वय पदाधिकारियों ने जिलावासियों से शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में रामनवमी पर्व को मनाने* का अपील किया है। उन्होंने विधि व्यवस्था संधारण में जिला प्रशासन का सहयोग करने की बात कहीं। विधि व्यवस्था संधारण में मीडिया प्रतिनिधियों से प्राप्त सहयोग/इनपुट को लेकर उनके प्रति आभार जताया। मौके पर विभिन्न प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

Read More

महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बोकारो में डेढ़ दर्जन से अधिक है महिला पदाधिकारी है पदस्थापित

बोकारो : अगर जुनून हो कुछ करने की तो बस लगन और इरादा पक्का होना चाहिए सफलता तो पीछे झक मारकर आती है। आज कोई भी ऐसा काम नहीं है जो आज महिलाएं ना कर पाये बस करने का जुनून और हौसला बुलंद और इरादा पक्का होना चाहिए तो मुकाम खुद ब खुद चलकर सामने आ जाती है और इसकी मिसाल है बोकारो जिला, आज बोकारो जिले के कई उच्च पदों पर महिला पदाधिकारी विराजमान है और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से समाज को एक नई दिशा और दशा दिखाने का काम कर रही है। और बोकारो जिला को बेहतर बनाने में अपना अहम योगदान निभा रही है।आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है बोकारो जिला महिला सशक्तिकरण का एक विशेष उदाहरण है अपनी कड़ी मेहनत और लगन से मिसाल कायम कर रही है बोकारो में विभिन्न विभागों में विराजमान महिला पदाधिकारी,चाहे वह बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव हो विधायक हो चास एसडीओ या फिर डीटीओ या फिर खेल पदाधिकारी हो, समाज कल्याण पदाधिकारी हो, पब्लिक रिलेशन पदाधिकारी हो , जिला परिषद अध्यक्ष या फिर उपाध्यक्ष हो, मत्स्य पदाधिकारी ,लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन पदाधिकारी हो या फिर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा हो, ऐसे कई उच्च पदों पर आज डेढ़ दर्जन से अधिक महिलाएं पदाधिकारी बोकारो में विराजमान है और बोकारो के विकास की गाथा लिखने में अपना अहम भूमिका निभा रही हैं। देखा जाए तो महिलाएं राजनीतिक क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र या प्रशासनिक क्षेत्र हो फिर जाॅब कर रही महिला हो या फिर आत्मनिर्भर बन स्वरोजगार कर रही महिला हो सभी जगह महिला अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए और अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने और सशक्त बनाने का काम कर रही है और समाज को एक नई दिशा में ले जाने को लेकर रात दिन संघर्ष और प्रयत्न कर रही है। दुनियाभर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। भले ही मॉर्डन युग में महिलाएं तरक्की की सीढ़ियां चढ़ रही हो, लेकिन कुछ जगहों पर आज भी हालात खराब हैं। आज भी बहुत सी औरतों को सामाजिक, सोशल, राजनैतिक तो दूर मौलिक अधिकारो से भी वंचित रखा गया है। उन्हें सिर्फ घर के कामों के योग्य समझा जाता है। दुनिया के हर देश में महिलाओं को उनका अधिकार और मान-सम्मान मिले। दुनियाभर में महिलाओं के काम व समर्पण को सराहा जा सके। ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है अपने-अपने तरीके से रोजाना संघर्ष करके महिला स्थितियां बदल रही हैं। आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या खेल हो हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा पड़ा है। आज महिलाएं आत्मनिर्भर बन गई हैं और हर क्षेत्र में वह मिसाल कायम कर रही हैं नारी सशक्तिकरण से ही राष्ट्र की उन्नति संभव है। महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता जरूरी है ताकि उन्हें उनका हक अधिकार मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

Read More
Back To Top