चास, बोकारो। विद्यालय के दृष्टिकोण और मूल्यों को साझा करना, माता-पिता की चिंताओं को संबोधित करना, एक अभिभावकों और शिक्षकों के बीच मजबूत साझेदारी का निर्माण करना, नए तथा पुराने विद्यार्थियों के लिए एक सहज परिवेश सुनिश्चित करने हेतु अभिभावकों के लिए अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बाल-केंद्रित शिक्षाशास्त्र, समग्र विकास, मूल्य-आधारित शिक्षा, सह-पाठयक्रम गतिविधियाँ, संसाधन उपलब्धता इत्यादि विषयों पर विस्तार से जानकारी दीं। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में सलोनी प्रिया थीं। जिन्होंने माता-पिता को अपने बच्चे के दृष्टिकोण से दुनिया को देखने, उनकी भावनाओं और प्रेरणाओं को स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित करती दिखी। स्वस्थ वृद्धि और विकास के लिए एक सकारात्मक और सहायक घरेलू माहौल के महत्व पर जोर दी। उन्होंने माता-पिता को प्रत्येक बच्चे के अद्वितीय व्यक्तित्व की सराहना करने और उसके अनुसार अपने पालन-पोषण के दृष्टिकोण को ढालने की सलाह देते हुए कहा कि जहाँ बच्चे अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने में सहज महसूस करें, वहाँ रिश्तों को बेहतर बनाने और साझा अनुभव बनाने के लिए परिवार के साथ समय बिताने की सलाह दी। अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करती हुई यह दर्शाती है कि कैसे छोटे-छोटे इशारे भी बच्चे को मूल्यवान और प्यार महसूस करा सकते हैं। इन युक्तियों को शामिल करके, माता-पिता अपने और अपने बच्चों के लिए अधिक सकारात्मक और संतुष्टिदायक पालन-पोषण अनुभव बना सकते हैं।
विदित हो कि सलोनी प्रिया एक प्रसिद्ध परामर्श मनोवैज्ञानिक हैं जिन्हें 20 वर्षों से शिक्षा प्रबंधन, मानव विकास और प्रशिक्षण, छात्र और शिक्षक सशक्तिकरण, अभिभावक मार्गदर्शन और व्यापक परामर्श के क्षेत्र में काम कर रही हैं। शैक्षणिक संस्थानों में पेरेंटिंग प्लेटफाॅर्म बनाने वाली अग्रणी लोगों में से एक हैं, जिन्होंने स्कूलों में पारंपरिक अभिभावक-शिक्षक संचार को बदलने के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य किया है। माता-पिता के लिए कार्यशालाएँ और संवादात्मक सत्र आयोजित किए जिनमें बच्चे के साथ संचार, बच्चे में आत्मसम्मान का निर्माण, बच्चे को अनुशासित करने की तकनीक, भाई-बहन की प्रतिद्वंद्विता को संभालना, मूल्य शिक्षण, किशोरावस्था को संभालना, किशोरों का तनाव, जीवन कौशल सिखाना आदि। माता-पिता और बच्चों के संबंधों के गहन अवलोकन के साथ-साथ व्यक्तिगत किस्से साझा कर कार्यक्रम को अत्यधिक प्रभावी, मनोरंजक और जानकारीपूर्ण और लोगों के लिए आँखें खोलने वाला बना है।
विद्यालय की चीफ मेंटर डा. हेमलता एस मोहन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम माता-पिता को स्कूल के कामकाज और उनके बच्चे की भलाई के बारे में अपने प्रश्नों और चिंताओं को व्यक्त करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। विद्यालय विद्यार्थियों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें उनकी शैक्षणिक, शारीरिक, भावनात्मक और सामाजिक भलाई शामिल है।
विद्यालय की निदेशिका/प्राचार्या डा. मनीषा तिवारी ने कहा कि अभिविन्यास कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूल और माता-पिता के बीच एक सहयोगी संबंध को बढ़ावा देना है, जो बच्चे के समग्र विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने यह भी कहा कि डीपीएस चास, बोकारो शिक्षा के लिए बाल-केंद्रित दृष्टिकोण पर जोर देता है, जहाँ सीखने के अनुभवों और उपयुक्त व्यावहारिक रणनीतियों का संयोजन मिलता है।
कार्यक्रम में डीएस मेमोरियल सोसायटी चास के सचिव सुरेश अग्रवाल भी उपस्थित थे। उन्होंने इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए इसकी आवश्यकता को स्वीकारा।