Anil Kumar

उपायुक्त की अध्यक्षता में आधारभूत संरचना एवं कोल कंपनियों से संबंधित भू-अर्जन की समीक्षा बैठक आयोजित

हजारीबाग: उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को समाहरणालय सभागार में आधारभूत संरचना एवं कोल कंपनियों से संबंधित भू-अर्जन की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में संचालित कोल कंपनियों द्वारा क्रियान्वित योजनाओं के लिए आवश्यक भूमि की उपलब्धता, म्यूटेशन, स्टेटमेंट-6, एनओसी एवं अन्य लंबित मामलों की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने सभी संबंधित अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि भू-अर्जन से जुड़े मामलों का शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करें तथा म्यूटेशन और अन्य औपचारिकताएं समयबद्ध तरीके से पूरी की जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि योजनाओं के कार्यान्वयन में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतु कंपनियों को संबंधित अंचल अधिकारियों के साथ समन्वय बनाना होगा। बैठक में उपायुक्त के अलावा अपर समाहर्ता, बरही अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, कोल कंपनियों के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Read More

महिला से छेड़छाड़ मामले पर एपवा नेत्री व माले नेता एसडीपीओ से कार्रवाई की मांग की

गिरिडीह: जिले में बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मोतीलेदा पंचायत के खेत में काम कर रही विधवा महिला और उसकी देवरानी के साथ पांच लोगों ने दिनदहाड़े दरिंदगी की कोशिश की। घटना 22 जुलाई की शाम करीब 4 बजे की है। पीड़िता पचंबा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता ने बताया कि खेत में अकेली काम कर रही थी। तभी कोल्हासिंघा निवासी सुरेश वर्मा (43) और उसका बेटा प्रिंस वर्मा (19) तीन अज्ञात लोगों के साथ वहां पहुंचे। सभी ने उसे जबरन झाड़ियों की ओर खींचा। विरोध करने पर उसे जमीन पर पटक दिया। कपड़े फाड़े और  छेड़छाड़ करने लगे। विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट भी की।चीख-पुकार सुनकर पास के खेत में काम कर रही उसकी देवरानी  दौड़कर आई। उसने बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे भी पकड़ लिया। उसका मुंह दबाया और उसके साथ भी छेड़छाड़ की। सुरेश और प्रिंस ने धमकी दी कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे। कहा कि कोर्ट में जो केस किया है, उसे वापस ले लो, नहीं तो जान से मार देंगे। इतने में शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। सभी आरोपी भाग निकले। पीड़िता ने यह भी बताया कि वह विधवा है, खेती कर परिवार चलाती है। इससे पहले भी सुरेश और प्रिंस ने उसकी निजता भंग की थी और 15 लाख की रंगदारी मांगी थी।  इस संबंध में 26 अप्रैल को बेंगाबाद थाना, एसडीपीओ और गिरिडीह एसपी को आवेदन दिया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर गिरिडीह कोर्ट में परिवाद पत्र संख्या 853/2025 के तहत केस दर्ज कराया। पीड़िता ने कहा कि अगर पहले कार्रवाई होती तो यह घटना नहीं होती। बार-बार थाना जाने पर भी सुनवाई नहीं हो रही। अब जीने की इच्छा खत्म हो रही है। खुद को असहाय महसूस कर रही हूं। एसडीपीओ को आवेदन देकर आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की हैप्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण आरोपी बेलगाम हैं और लगातार महिलाओं की गरिमा व सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐपवा नेत्री प्रीति भास्कर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो ऐपवा और भाकपा माले पूरे जिले में आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगी। माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि जमीन माफिया की ताकत थाना से आती है, कुछ थाना जमीन मामले को देखना बंद करे और अंचल अधिकारी को दें,बिना मारपीट का भी थाना जमीन मामले में ज्यादा इंट्रेस्ट दिखाते है।

Read More

किसान जनता पार्टी द्वारा पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को ले धरना

गिरिडीह: डकैती करने के झूठे आरोप में जेल भेजे गए तिसरी थाना काण्ड संख्या 50/2025 के अभियुक्त दलित युवक सिकंदर तुरी सहित चार लोगों को माननीय सुश्री रूबी न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी गिरिडीह के न्यायालय से शनिवार को जमानत मिलने के बाद उन दलित युवको ने आप बीती सुनाते हुए पुलिस का जुल्म झूठा और षडयंत्र के बारे में किसान जनता पार्टी के लोगों को साक्ष्य के साथ बताया। जिससे आक्रोशित होकर किसान जनता पार्टी ने भ्रष्ट और जुल्मी पुलिस पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर मंगलवार को झंडा मैदान गिरिडीह में धरना दिया । धरना को संबोधित करते हुए किसान जनता पार्टी के केन्द्रीय कमिटी अध्यक्ष -सह- डकैती करने के आरोपियों के अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार का खिलाफ करने वाले लोगों को लम्बे समय तक जेल में रखने के लिए थाना प्रभारी, एसडीपीओ और नेता प्रतिपक्ष  बाबूलाल मरांडी के चहेते भाजपा नेता सुनील साव ने जो जाल बुना था, उस जाल को मैंने काट दिया और निचली अदालत से ही निर्दोष दलित युवकों को जमानत मिल गया, पर लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुआ है । चंद पैसो के खातिर निर्दोष लोगों को झूठे मुकदमे में फसानें वाले पुलिस पदाधिकारियों और दलालों के खिलाफ जोरदार आवाज बुलंद कर उन्हें उनके पापो की सजा दिलवाना होगा ताकि भविष्य में भ्रष्ट पुलिस निर्दोष लोगों को फंसाने के पहले सौ बार सोचे। किसान जनता पार्टी के कार्यालय सचिव विजय कुमार ने कहा कि जो सही में अपराधी होता है वह पुलिस को पैसा देकर थाना से ही छुट जाता है और भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी निर्दोष लोगों को झूठे आरोप में जेल भेजती है । यही कारण है कि आज 80 प्रतिशत से अधिक निर्दोष लोग जेलों में बंद है | जमानत पर छुटे पीड़ित युवक सिकंदर तुरी ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने हमलोगों का मुंह ढक दिया था और मिडिया वालो को झूठ पर झूठ बोले जा रहे थे।  तिसरी के मिडिया वालों ने भी हमलोगों का पक्ष नही सुना । धरना के बाद महामहिम राज्यपाल के नाम उपायुक्त गिरिडीह को ज्ञापन देकर दोषी पुलिसकर्मीयों पर कार्रवाई की मांग की गई। धरना में घनश्याम पंडित, छत्रधारी सिंह, भागीरथ राय, बसिया टुडू, जहाँगीर अंसारी, नीलम कुमारी, खुसबू देवी, धनेश्वर मरांडी, विजय सिंह, मुन्ना टुडू, टिप्पण ठाकुर, ठुडा हेम्ब्रोम, जसिन्ता, छोटू टुडू, बडकी किस्कु, शंकर साव, सीता देवी, केसिया देवी, रमेश कुमार, श्रवण कुमार, विक्की दयाल, पानो हेम्ब्रम व थम्मी मंडल आदि उपस्थित रहे |

Read More

दुखद घटनाओं पर सस्ती राजनीति कर रहे बाबूलाल मरांडी: कांग्रेस महासचिव

रांची : साहिबगंज की एक दुखद घटना को लेकर विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने कड़ा जवाब देते हुए भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि “राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को जर्जर करने वाले लोग अब झूठा नैतिक आवरण ओढ़कर राजनीति कर रहे हैं।” आलोक दूबे ने आरोप लगाया कि बाबूलाल मरांडी और उनकी सरकारों ने झारखंड में वर्षों तक शासन किया लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने पूछा, “मरांडी बताएं कि उनके शासनकाल में कितने अस्पताल बने, कितने डॉक्टर नियुक्त किए गए और कितनी एंबुलेंस ग्रामीण झारखंड को उपलब्ध कराई गई?” उन्होंने कहा कि अगर आज किसी बीमार को खाट पर ढोकर अस्पताल ले जाना पड़ रहा है, तो उसके लिए जिम्मेदार वे ही लोग हैं जिन्होंने सत्ता में रहकर सिर्फ घोषणाएं कीं और जमीनी काम कुछ नहीं किया। हेमंत सरकार ने उठाया सुधार का बीड़ा आलोक दूबे ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार ने उस बर्बाद ढांचे को सुधारने की जिम्मेदारी ली है, जिसे पिछली सरकारों ने तबाह किया। उन्होंने बताया कि आज झारखंड में स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व काम हो रहा है — RIMS-2 जैसे अत्याधुनिक अस्पताल का निर्माण, 126 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति, और जिलों में नए अस्पतालों की स्थापना जैसे कदम इसी दिशा में हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहली बार डॉक्टरों को अपनी वेतन बोली लगाने का अवसर दिया गया, जिससे पारदर्शिता और गुणवत्ता दोनों सुनिश्चित हो सकीं। गोड्डा में 50 बेड का नया अस्पताल, और संथाल परगना जैसे पिछड़े इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हेमंत सरकार की दूरदर्शिता का प्रमाण है। ‘काम दिख रहा है, झूठ नहीं चलेगा’ आलोक दूबे ने कहा कि विपक्ष को यह स्वीकार करना चाहिए कि हेमंत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में गंभीर और ठोस पहल की है। उन्होंने बाबूलाल मरांडी को सलाह दी कि वे दर्दनाक घटनाओं पर सस्ती राजनीति करने से पहले यह बताएं कि उनके शासनकाल में जनता के लिए क्या किया गया। “अब झूठ और छवि निर्माण से वोट नहीं मिलते, काम दिखाना पड़ता है — और वह काम आज हेमंत सरकार कर रही है,” उन्होंने दो टूक कहा। कांग्रेस महासचिव ने अंत में कहा कि यह सरकार न दिखावा कर रही है, न एहसान — बल्कि जमीनी बदलाव कर रही है, और जो नुकसान पूर्ववर्ती सरकारों ने छोड़ा था, उसे दुरुस्त कर झारखंड को एक स्वस्थ और सशक्त राज्य बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

Read More

रामदेव खरिका पंचायत से अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए श्रद्धालु

दारू प्रखंड के अंतर्गत रामदेव खरिका पंचायत से श्रद्धालुओं का एक जत्था पवित्र बाबा बर्फानी अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धा और उत्साह के साथ रवाना हुआ। यात्रा पर निकलने से पूर्व श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर सुखद एवं सुरक्षित यात्रा की कामना की। इस धार्मिक यात्रा में रवि कुमार कांत, संदीप कुमार,विकु कुमार,पंकज कुमार, अजय कुमार, रोशन प्रसाद, राहुल कुमार और छोटन कुमार ने वैष्णो देवी, पहलगाम, सोनमार्ग, अमरनाथ गुफा और दिल्ली स्थित अक्षरधाम मंदिर के भी दर्शन करेंगे। पूरे यात्रा मार्ग पर भक्ति का माहौल बना हुआ है और श्रद्धालु “हर हर महादेव” और “जय बाबा बर्फानी” के जयकारों के साथ गूंजते नजर आ रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधियों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और यात्रा की सफलता के लिए मंगल कामना की। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि आपसी भाईचारे और सामाजिक एकता का भी सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करती है। मौके पर पुलिस अधीक्षक, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

Read More

हजारीबाग रेलवे स्टेशन परिसर में दर्दनाक हादसा निर्माणाधीन वॉशिंग पिट में डूबने से मुकेश राम की मृत्यु

विधायक प्रदीप प्रसाद ने जताई गहरी संवेदना और लापरवाही पर कड़ा रुख  हजारीबाग।रेलवे स्टेशन परिसर में बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया,जिसमें कूद निवासी मुकेश राम की जान चली गई। जानकारी के अनुसार, स्टेशन क्षेत्र में निर्माणाधीन वॉशिंग पिट के गहरे गड्ढे में पानी भरा हुआ था, जिसमें गिरने से मुकेश राम की मृत्यु हो गई। इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौर गई।मुकेश राम अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। उनके असामयिक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। स्थानीय लोगों ने हादसे के लिए निर्माण कार्य में लगी कंपनी और रेलवे प्रबंधन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। घटना की जानकारी मिलते ही विधायक प्रदीप प्रसाद ने गंभीरता दिखाई और तत्काल अपनी टीम को घटनास्थल पर भेजा। टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और रेलवे प्रबंधक एवं निर्माण कार्य में लगी कंपनी के प्रतिनिधियों से संपर्क साधा। विधायक श्री प्रसाद के निर्देश पर मृतक के परिजनों को त्वरित सहायता राशि उपलब्ध कराई गई। विधायक प्रदीप प्रसाद ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा की यह एक अत्यंत पीड़ादायक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जो कंस्ट्रक्शन कंपनी और रेलवे प्रबंधन की घोर लापरवाही का परिणाम है। मैंने साफ निर्देश दिया है की ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी सुरक्षा मानकों और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैंने कंस्ट्रक्शन कंपनी के कॉन्ट्रैक्टर को कड़ी फटकार लगाई है और रेलवे प्रबंधन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। विधायक ने मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा की इस कठिन समय में परिवार को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दें।इस दुख के घडी मे पंकज ठाकुर, मसरातु मुखिया धीरज कुमार,उमेश साव प्रल्हाद ठाकुर, राजेश साव, राजेश ठाकुर, चंदन सिहं, मोनू प्रसाद, राहूल मंडल, बादल कुमार, प्रेम राम, सतीश राम, सुभाष राम,सूरज , मनीष राम सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। गैर-ऋणी कृषकों हेतु आवश्यक दस्तावेज नवीनतम आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि एवं फसल बुवाई संबंधित दस्तावेज।

Read More

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु उपायुक्त ने  जागरूकता रथ को रवाना किया

● यह जागरूकता रथ जिले के सभी प्रखंडों के पंचायत क्षेत्रों में घूम-घूम कर कृषक मित्रों एवं किसानों को फसल बीमा कराने हेतु जागरूक करने का कार्य करेगी:- जिला उपायुक्त, रामनिवास यादव… गिरिडीह: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से बुधवार को जिला उपायुक्त,  रामनिवास यादव ने समाहरणालय परिसर से जागरूकता रथ को रवाना किया। यह जागरूकता रथ जिले के सभी प्रखंडों के पंचायत क्षेत्रों में घूम-घूम कर कृषक मित्रों एवं किसानों को फसल बीमा कराने हेतु जागरूक करने का कार्य करेगी। मौके पर प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए जिला उपायुक्त, श्री रामनिवास यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसका लाभ उठाने के लिए 31 जुलाई तक आवेदन जमा करने होंगे। जिले के किसान एक रुपए टोकन मनी जमा करके बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं। इच्छुक किसान अपना पंजीकरण नजदीकी प्रज्ञा केंद्र में जाकर कर सकते हैं। फसल बीमा के लिए आवेदन करने हेतु, किसानों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक की एक फोटोकॉपी, भूमि स्वामित्व संबंधी प्रपत्र, नोटरीकृत बटाईदारी प्रमाणपत्र (यदि लागू हो), स्व-प्रमाणित फसल बुवाई प्रमाणपत्र और एक मोबाइल नंबर सहित दस्तावेज़ जमा करने होंगे। अधिक जानकारी के लिए, किसान जिला सहकारी कार्यालय, निकटतम ब्लॉक कार्यालय या हेल्पलाइन नंबर 14447 पर संपर्क कर सकते हैं। ● योजना के मुख्य बिंदु:- किसानों का प्रीमियम का हिस्सा राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। शेष प्रीमियम राशि का भुगतान भारत सरकार एवं राज्य शासन द्वारा किया जाएगा। कम वर्षा या विपरीत मौसम अवस्थाओं के कारण फसल बुवाई विफलता पर दावा भुगतान। फसल कटाई के उपरांत आगामी 14 दिनों तक खेत में सुखाने हेतु बंडलो में रखी फसल को चक्रवात, बैमौसम / चक्रवाती वर्षा से नुकसान होने पर दावा भुगतान। फसल कटाई प्रयोग से प्राप्त उपज आंकड़े, निर्धारित थ्रेसहोल्ड उपज से कम आने पर दावा भुगतान। ● योजनांतर्गत शामिल होने वाले कृषक:- ऋणी कृषकों का बीमा ऋण दायी संस्था द्वारा नियमानुसार किया जाएगा। गैर-ऋणी कृषक अपना बीमा बैंक शाखा / कॉपरेटिव सोसाइटी / प्रज्ञा केंद्र (सीएससी)/ पोस्ट ऑफिस /फसल बीमा ऐप एवं पोर्टल के माध्यम से निर्धारित तिथि के अंदर फसल का बीमा करा सकते है। गैर-ऋणी कृषकों हेतु आवश्यक दस्तावेज नवीनतम आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि एवं फसल बुवाई संबंधित दस्तावेज। मौके पर पुलिस अधीक्षक, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

Read More

दिन के व्यस्तम समय में ऑफलाइन पर्ची बंद होने पर सुप्रिटेंडेंट से मिले सांसद मीडिया प्रतिनिधि

हजारीबाग।आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का क्रियान्वयन जहां एक सराहनीय पहल है, वहीं हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को ऑनलाइन पर्ची बनवाने में आ रही समस्याओं को अनदेखा नहीं  किया जा सकता। इन दिनों यहां कई जरूरतमंद मरीजों को इस नई व्यवस्था के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। फिलहाल रात 10:00 बजे से अहले सुबह 8:00 बजे तक के अवधि के लिए ही ऑफलाइन पर्ची काटा जाता है और दिन के पिक आवर में सिर्फ़ ऑनलाइन पर्ची ही दिया जाता है। जिसके कारण बिना मोबाइल के यहां इलाज़ कराने आने वाले जरूरतमंद मरीजों या तो रात का इंतजार करना पड़ता है या बिना इलाज के ही लौटना पड़ता है।इस गंभीर समस्या को पिछले कई दिनों से करीब से महसूस करने के उपरांत बुधवार को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने इसे लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ.अनुकरण पूर्ति से मुलाक़ात की और उनसे आग्रह किया कि ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन पर्ची की सुविधा भी यथावत रखी जाए,ताकि जिनके पास मोबाइल नहीं है या जीवन-रक्षा की स्थिति में अविलंब ऑफलाइन पर्ची देकर इलाज शुरू किया जा सके। सुदूरवर्ती क्षेत्र से कई ऐसे मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं जिनके पास मोबाइल नहीं होता है उनके लिए ऑनलाइन पर्ची बनवाना संभव नहीं हो सकता है।जरूरतमंद मरीजों का ऑफलाइन पर्ची से चिकित्सक भी इलाज इसे भी सुनिश्चित करवाने की कृपया करें। साथ ही पूर्णतः ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लागू करने से पहले लोगों में विशेष जागरुकता अभियान चलाकर इसके प्रति जागृति लाई जाय, यहां रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ाई जाए। मरीजों और उनके परिजनों को ऑनलाइन पर्ची बनवाने में मदद करने के लिए पर्याप्त संख्या में कर्मचारी रजिस्ट्रेशन काउंटर के समीप उपलब्ध हों और उन्हें हरसंभव सहयोग करें । सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी की मांग पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सुप्रिटेंडेंट डॉ. अनुकरण पूर्ति ने उन्हें आश्वस्त किया कि ऐसे जरूरतमंद मरीजों के लिए जल्द ही ट्रामा सेंटर में एक ऑफलाइन पर्ची काउंटर की सुविधा शुरू की जाएगी और इसका निर्देश भी मैंने वहां के इंचार्ज स्टॉफ को दे दिया है।सांसद मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने जरूरतमंद मरीजों की सुविधा और त्वरित इलाज हमसभी की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और इस दिशा में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल के निर्देशानुसार हमारा प्रयास जारी सदैव जारी रहेगा। रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि सुपरिटेंडेंट डॉ. अनुकरण पूर्ति के आश्वस्त से आशा है कि ऐसे जरूरतमंद मरीज जिनके पास एंड्रॉइड मोबाइल नहीं है या आपातकाल की स्थिति में जिन्हें तुरंत इलाज की जरूरत हो उनके लिए ऑफलाइन पर्ची काउंटर भी पूर्व की भांति दिन के पिक आवर में संचालित होना संभव हो सकेगा और इससे निश्चित रूप से एक बड़े तबके को इलाज कराने में सहूलियत होगी । ज्ञात हो कि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने इस गंभीर विषय की जानकारी  सांसद मनीष जायसवाल तक पहुंचाई थी। सांसद मनीष जायसवाल ने त्वरित संज्ञान लेते हुए इस संबंध में सुधारात्मक कार्रवाई के लिए जिले के उपायुक्त से भी सकारात्मक वार्ता की थी। सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने इसे इसे लेकर उपायुक्त, हजारीबाग को बीते 15 जुलाई 2025 को ही ट्वीट भी किया था।

Read More

हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन के कोचिंग कॉम्प्लेक्स में गड्ढे में डूबने से युवक की मौत, निर्माण कंपनी पर लापरवाही का आरोप

हजारीबाग: हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन परिसर में एक दर्दनाक हादसे में वार्ड नंबर 24 निवासी मुकेश राम की जान चली गई। बताया जा रहा है कि वह निर्माणाधीन रेलवे कोचिंग कॉम्प्लेक्स के गहरे गड्ढे में डूब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मुकेश राम के तीन छोटे बच्चे है, दो बेटियां और एक बेटा। यह हादसा देर रात हुआ, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मुकेश राम किस परिस्थिति में गड्ढे में गिरे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेलवे कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रही कृष्ण कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बरसात के समय में 10 से 12 फीट गहरे गड्ढे को बिना किसी सुरक्षा उपायों के यूं ही खुला छोड़ देना, इस हादसे की बड़ी वजह है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह गड्ढा तालाब जैसा बन चुका है और इससे पहले भी एक जानवर इसमें डूब कर मर चुका है। सिर्फ दो दिन पहले, दो बच्चे भी इसी गड्ढे में गिरते-गिरते बचे थे, जिन्हें समय रहते लोगों ने बाहर निकाल लिया था। घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने और मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी उठाई है। स्थिति को संभालने के लिए कटकमदाग थाना पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की टीम मौके पर मौजूद है, लेकिन घटना के घंटों बाद भी कृष्ण कंस्ट्रक्शन का कोई भी अधिकारी या प्रतिनिधि वहां नहीं पहुंचा है। इससे स्थानीय लोगों का गुस्सा और भी भड़क गया है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि इससे पहले भी सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें कंस्ट्रक्शन कंपनी और संवेदक को की गई थीं, लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि “ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।” अब लोग संवेदक के खिलाफ कठोर कार्रवाई और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।

Read More

पथरा गई आंखें, एक महीने बाद भी नहीं आया दुबई से शव

हजारीबाग: आंखें पथरा गई, आंखों के आंसू भी सूख गए, लेकिन दुबई से रामेश्वर महतो का शव नहीं आया। परिजन प्रतिनिधि से लेकर अफसरों से गुहार कर चुके। इसके बाद भी कोई परिणाम नहीं निकला। हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र की जोबर पंचायत के बंदखारों निवासी मदन महतो के 38 वर्षीया पुत्र रामेश्वर महतो कुवैत में कमाने गया था। पिछले 15 जून को वहां उसकी मौत हो गई। घटना को एक महीने से बीत गए, लेकिन अब तक उसका शव नहीं लाया जा सका। परिजन पथराई आंखों से शव के आने का इंतजार कर रहे हैं। रामेश्वर महतो का शव आज भी कुवैत के अस्पताल की मोर्चरी में बर्फ पर सुरक्षित रखा गया है। उनकी ओर से शव लाने को लेकर संबधित शपथ-पत्र सहित जरूरी दस्तावेज भिजवा दिए हैं। इसके बावजूद अब तक शव नहीं आ पाया है। ना ही मुआवजे की राशि मिल पायी हैं। मृतक रामेश्वर की पत्नी प्रमिला देवी अपने पति का शव नहीं आने से काफी परेशान हैं। वह रो-रोकर बार-बार बेहोश हो जाती हैं। परिवार के पालन-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया हैं। रामेश्वर अपने परिवार में एकमात्र कमाऊ व्यक्ति था। बता दें कि वह आईएमसीओ नामक ट्रांसमिशन कंपनी में फीटर के रूप में बीते 10 वर्षों से कार्यरत थे। कुवैत में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वे अपने पीछे पत्नी प्रमिला देवी, पुत्र किशोर कुमार, कुलदीप कुमार समेत मां डलवा देवी को छोड़ गए हैं। प्रवासी मजदूरों के हित में कार्यरत समाजसेवी सिकन्दर अली लगातार इस मामले में संबंधित अधिकारियों और संस्थानों से संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जैसे जिलों से बड़ी संख्या में लोग देश-विदेश में मजदूरी के लिए जाते हैं, लेकिन घटना होने पर मुआवजे और शव वापसी की प्रक्रिया बेहद जटिल हो जाती है। अली ने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार को ठोस और त्वरित कदम उठाने चाहिए ताकि मृतक के परिजनों को समय पर न्याय, सम्मानजनक विदाई और आर्थिक सहायता मिल सके।

Read More
Back To Top