कतरास।प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती इस बात को सार्थक कर दिखाया है। शांत स्वभाव का टाटा डीएवी दसवीं के छात्र पीयूष कुमार ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो की ओर से आयोजित युविका 2025 युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम के लिए चयन हुआ है।इस कार्यक्रम के लिए पूरे झारखंड से केवल 5 विद्यार्थियों का ही चयन हुआ है।।और पूरे देश भर से 350 छात्रों का ही चयन किया गया है।पीयूष कुमार का युविका 2025 कार्यक्रम के लिए चयन होना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। अक्सर आप लोगों ने सुना होगा की कमल कीचड़ में ही खिलता है जिस स्थान पर पीयूष रहता है वह स्थान है धर्माबांध ओपी अंतर्गत तेतुलिया पंचायत जो मूलभूत सुविधाओं से वंचित क्षेत्र है।आधारभूत सुविधाओं से वंचित स्थान पर रह जहां न अच्छी सड़क है नाही आस पास शिक्षा के लिए अच्छे स्कूल लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय कर प्रतिदिन विद्यालय जाना और वापस आना निश्चय ही बहुत कठिन कार्य है।आज पीयूष कुमार उन सभी लोगों के लिए एक मिशाल है कि कैसे विषम परिस्थिति में भी अपने लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। पीयूष कुमार के चयन से स्कूल एवं आस पास के इलाके में खुशी की लहर है। युविका कार्यक्रम इसरो का वार्षिक पहल है इसका मुख्य उद्देश्य देश भर के मेधावी विद्यार्थियों में विज्ञान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के प्रति रूचि बढ़ाना है।पीयूष कुमार एक मेधावी छात्र होने के साथ साथ एक अच्छा स्पोर्ट्स मैन भी है।हाल ही में डीएवी संगठन के द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिता में वेटलिफ्टिंग में नेशनल स्तर पर भी चयन हुआ है।पीयूष के पिता नागेंद्र यादव पेशे से व्यवसाई है।अपने बेटे के इस सफलता पर पूरा परिवार काफी खुश है। उन्होंने अपने बेटे के कामयाबी का श्रेय टाटा डीएवी सिजुआ विद्यालय प्रबंधक तथा उसके शिक्षकों को दिया है।वही उसके इस सफलता से विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिका छात्र-छात्रा की काफी खुश है।सभी ने उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है। विद्यालय के प्राचार्या चंद्रानी बनर्जी ने पीयूष के इस सफलता पर बधाई दी है और उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल पीयूष के लिए बल्कि विद्यालय के लिए भी है।
