कसमार। बरलंगा से कसमार भाया नेमरा पथ चौड़ीकरण-मजबुतिकरण पथ निर्माण के तहत अधिग्रहित भूमि एवं संरचनाओं का मुआवजा भुगतान लेने के बावजूद संरचनाओं को हटाये नहीं जाने पर शुक्रवार को खुदीबेड़ा मौजा में मजिस्टेट कि मौजूदगी में अतिक्रमण मुक्त अभियान चला। जिसके तहत बुल्डोजर चलाकर संरचनाओं को हटाया गया। खुदीबेड़ा मौजा के प्रयाग महतो के घर तक बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान कुछ पंचाटियों को स्वयं से संरचनाओं को हटाने का समय सीमा दिया गया था लेकिन समय पर नहीं हटाने पर आज बुलडोजर से हटाया गया कुछ पंचाटियों की संरचनाओं को बुल्डोजर चलाकर हटाया गया। जिन पंचाटियों को किसी कारणवश एक दो दिन पूर्व नोटिस मिला है उन्हें एक सप्ताह की मोहल्लत दी गई। बता दें कि खुदीबेड़ा मौजा में पंचाटि प्रयाग महतो, पदमी देवी, भेखन राम महतो, सुभाष कुमार महतो, छोटू राम महतो, प्रयाग महतो, राजेंद्र महतो, जागेश्वर महतो, अजीत कुमार महतो, सुरेश कुमार महतो, खगेंद्र नाथ महतो, अमित कुमार महतो, लाल मोहन गंझू, अखिलेश्वर महतो, भोलानाथ महतो, मुकुंद महतो, वासुदेव महतो, गोवर्धन महतो, नंदलाल महतो, नकुल महतो, सुरेश कुमार महतो, हीरालाल कुमार महतो, बुधन राम महतो, ज्वाला देवी, हृदय करमाली, छोटा महतो, शांति देवी, चंदन गोस्वामी, उदय गोस्वामी एवं अधीर चंद चक्रवर्ती के संरचनाओं को अधिग्रहित किया गया है। इस दौरान प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी कनिय अभियंता राजीव रंजन एवं , कसमार थाना प्रभारी भजनलाल महतो, एस आई मो मोजविल, भू-अर्जन कार्यालय के शरत कुमार, राजस्वकर्मी जमील अहमद, गंगा कंस्ट्रक्शन के नरेंद्र पांडेय, गुड्डू पाठक, विकास तिवारी, जैप जवान, चौकीदार आदि मौजूद थे।सड़क निर्माण परियोजना में अधिग्रहित भूमि एवं संरचनाओं के हितबद्ध पंचाटियों को शत-प्रतिशत मुआवजा भुगतान किया जा चुका है बावजूद अपनी संरचनाओं को हटाये नहीं जाने पर प्रशासन की ओर से बुलडोजर चलाकर हटाया जा रहा है। ताकि ससमय महत्वकांक्षी परियोजना को पूर्ण किया जा सके।
