धनबाद। धनबाद में उत्पाद विभाग ने सरकारी शराब दुकानों पर छापेमारी की एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। यह कार्रवाई नकली शराब की बिक्री और ग्राहकों से अधिक मूल्य वसूलने की मिल रही शिकायतों के बाद की गई। उत्पाद अधीक्षक सुधीर कुमार के नेतृत्व में विभाग की टीम ने मेमको मोड़ और गोल बिल्डिंग स्थित दो सरकारी शराब दुकानों पर छापा मारा। इस छापेमारी में भारी मात्रा में नकली शराब बरामद हुई, जिससे शिकायतों की पुष्टि हुई। मेमको मोड़ स्थित दुकान से राजेश कुमार, आकाश सिंह और अजय कुमार सिंह नामक तीन सेल्समैनों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, गोल बिल्डिंग स्थित दुकान से रंजीत कुमार और ब्रिजेश कुमार नामक दो सेल्समैनों को हिरासत में लिया गया। मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार सभी सेल्समैनों को आगे की जाँच और कार्रवाई के लिए धनबाद उत्पाद विभाग को सौंप दिया गया है।
उत्पाद अधीक्षक श्री कुमार ने बताया कि उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि सरकारी शराब दुकानों में नकली शराब खुलेआम बेची जा रही है और ग्राहकों से निर्धारित मूल्य से अधिक पैसे वसूले जा रहे हैं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया और मामले की जानकारी धनबाद के उपायुक्त को दी। उपायुक्त के निर्देश पर, रवींद्र नाथ ठाकुर को दंडाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया और उनके नेतृत्व में छापेमारी की गई। इस सुनियोजित कार्रवाई के दौरान, मेमको मोड़ स्थित दुकान से लगभग 217 बोतलें और गोल बिल्डिंग स्थित दुकान से लगभग 233 बोतलें विभिन्न ब्रांड की शराब जब्त की गईं। जब्त की गई बोतलों में छोटी और बड़ी दोनों साइज की बोतलें शामिल थीं। प्रारंभिक जाँच से पता चला है कि जब्त की गई अधिकांश शराब नकली थी। दिलचस्प बात यह है कि छापेमारी की खबर फैलते ही शहर के अन्य सरकारी शराब दुकानों के सेल्समैन भी अपने दुकानों से नकली शराब हटाने में जुट गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नकली शराब का कारोबार व्यापक स्तर पर चल रहा था
