कतरास।प्रशासनिक अधिकारियों, बुद्धिजीवियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों का पारंपरिक पगड़ी पहनाकर सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।कार्यक्रम के दौरान अखाड़ा कमेटी के युवाओं ने एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज शारीरिक करतब का प्रदर्शन कर उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। लाठी, तलवार, अग्नि व थाली जैसे पारंपरिक हथियारों के साथ खेल का प्रदर्शन करते हुए युवाओं ने अपनी कला और परंपरा की झलक पेश की।
इस मौके पर आयोजकों ने कहा कि मोहर्रम सिर्फ मातम का नहीं, बल्कि बलिदान, एकता और अनुशासन का प्रतीक भी है। कार्यक्रम में सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।
स्थानीय लोगों और अतिथियों ने अखाड़ा कमेटी के प्रदर्शन की सराहना करते हुए आयोजकों को बधाई दी और ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों को समाज को जोड़ने वाला बताया।मोहर्रम कमेटी द्वारा एक सादे समारोह आयोजित कर अखाड़ा में आने वाले अतिथियों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया.मौके पर बाघमारा सीओ बालकिशोर महतो, कतरास थानेदार असित कुमार सिंह डॉ उमाशंकर सिंह डॉ स्वतंत्र कुमार महेश अग्रवाल, विष्णु चौरसिया निताई चंद्र दे मो मोलू, मो,लालू, उदय वर्मा, रंजीत जायसवाल, अमरनाथ स्वर्णकार,मो नदीम, रिकी सरदार, सुरेंद्र सिंह, आदि के अलावे दर्जनों लोग मौजूद थे।
			
