उपायुक्त की अध्यक्षता में डीएमएफटी मद से कार्यान्वित योजनाओं के प्रगति से संबंधित की गई समीक्षात्मक बैठक

तय समय सीमा के अंदर कार्य को पूरा करें सभी एजेंसी: उपायुक्त

कार्य एवं गुणवत्ता में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं: उपायुक्त

उपायुक्त ने सभी एजेंसी को गुणवत्ता जांच एवं यूटिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को किया निर्देशित

जमीन विवाद के कारण लंबित कार्यों को अंचलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द किया जाएगा प्रारंभ

धनबाद।दिनांक 12 जुलाई 2025 को समाहरणालय सभा कक्ष में उपायुक्त सह ज़िला दंडाधिकारी आदित्य रंजन की अध्यक्षता में जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट के अंतर्गत कार्यान्वित योजनाओं के प्रगति की समीक्षा हेतु सभी संबंधित एजेंसी के पदाधिकारी के साथ समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई है।इस दौरान भवन निर्माण विभाग, भवन प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग(कार्य प्रमंडल) धनबाद, ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1 एवं 2, लघु सिंचाई विभाग, लघु प्रमंडल धनबाद, नगर निगम धनबाद, झमाडा धनबाद, जिला समाज कल्याण कार्यालय, जिला शिक्षा कार्यालय, जुडको धनबाद, भवन निर्माण निगम लिमिटेड धनबाद, पथ प्रमंडल धनबाद, नगर परिषद चिरकुंडा, एवं विद्युत कार्य प्रमंडल धनबाद द्वारा एजेन्सी वार डीएमएफटी मद से सभी कार्यान्वित योजनाओं (पूर्ण/अपूर्ण एवं अन्य) का अद्यतन प्रतिवेदन एवं जिओ टैग फोटोग्राफ के साथ की समीक्षा की गई। इस दौरान उपायुक्त ने भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया कि जितने भी बिल्डिंग बन कर तैयार है उसे जल्द से जल्द हैंड ओवर कर संबंधित विभाग के साथ शिफ्ट करने की कार्य में प्रगति लाएं। इसके अलावा जितने भी निर्माण कार्य जमीन विवाद के कारण रुकी हुई है उसकी अलग रिपोर्ट बनाकर प्रस्तुत करें, ताकि अंचलाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द से जल्द जमीन मुहैया कराकर निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। साथ हीं जिन जिन विभागों में एनओसी पेंडिंग है वैसे मामलों को भी जल्द से जल्द निपटाएं। समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिला में जितने भी हॉस्टल है उन सभी का सर्वे करा कर रिपोर्ट दें कि कितने बच्चे हॉस्टल में रहते हैं, हॉस्टल की क्या स्थिति है और क्या-क्या आवश्यकता है हॉस्टल में जिसे पूरा करना है। ग्रामीण कार्य विभाग(कार्य प्रमंडल) एवं ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल की समीक्षा के दौरान उपायुक्त में संबंधित एजेंसी के कार्यपालक अभियंता को गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी सड़कों के गुणवत्ता जांच की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही सभी रोड की यूटिलिटी रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें तभी बाकी के सड़क सैंक्शन किए जाएंगे। इसके अलावा योजनाओं का दोहरीकरण ना हो यह भी सभी एजेंसी आपसी समन्वय से सुनिश्चित करें। विशेष प्रमंडल द्वारा कई कार्य समय सीमा से अधिक होने पर उपायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित पदाधिकारी को तय समय सीमा पर कार्य करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कार्य में शिथिलता बरतने वाले पदाधिकारी पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही जो भी बिल्डर कार्य में देरी करते हैं उनके भुगतान में नियमानुसार कटौती भी सुनिश्चित की जाएगी।वहीं पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1 एवं 2, झमाडा एवं जुडको के द्वारा डीएमएफटी मद के माध्यम से संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने पेयजल जलापूर्ति योजना का कार्य प्राथमिकता पर करने हेतु निर्देशित किया। साथ हीं पथ प्रमंडल धनबाद द्वारा डीएमएफटी मद के माध्यम से संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए तय समय सीमा में गुणवत्तापूर्वक कार्य सुनिश्चित करने हेतु निर्देश दिए गए। इसके अलावा नगर परिषद चिरकुंडा द्वारा डीएमएफटी मद से निर्मित विद्युत शवदाह गृह को जल्द से जल्द चालू कराने हेतु कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देशित किया गया।इसके अलावा बैठक में जिले के विभिन्न विभाग के अंतर्गत डीएमएफटी मद के माध्यम से संचालित योजनाओं के तहत हो रहे कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय स्थिति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को कई निर्देश दिये गये। बैठक में डीएमएफटी से किये जा रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के सुसज्जीकरण, स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास एवं आधारभूत संरचना, पेयजल आपूर्ति, विद्यालयों की मरम्मती, बाउंड्री वॉल, सड़क निर्माण, तालाब जीर्णोद्धार समेत अन्य संचालित योजनाओं को जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।मौके पर उपायुक्त आदित्य रंजन, उप विकास आयुक्त सादात अनवर, निदेशक डीआरडीबी श्री राजीव रंजन, सभी एजेंसी के पदाधिकारी, डीएमएफटी की टीम समेत अन्य मौजूद रहें।

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