हजारीबाग: हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन परिसर में एक दर्दनाक हादसे में वार्ड नंबर 24 निवासी मुकेश राम की जान चली गई। बताया जा रहा है कि वह निर्माणाधीन रेलवे कोचिंग कॉम्प्लेक्स के गहरे गड्ढे में डूब गए, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मुकेश राम के तीन छोटे बच्चे है, दो बेटियां और एक बेटा।
यह हादसा देर रात हुआ, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मुकेश राम किस परिस्थिति में गड्ढे में गिरे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेलवे कोचिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रही कृष्ण कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा बरसात के समय में 10 से 12 फीट गहरे गड्ढे को बिना किसी सुरक्षा उपायों के यूं ही खुला छोड़ देना, इस हादसे की बड़ी वजह है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह गड्ढा तालाब जैसा बन चुका है और इससे पहले भी एक जानवर इसमें डूब कर मर चुका है। सिर्फ दो दिन पहले, दो बच्चे भी इसी गड्ढे में गिरते-गिरते बचे थे, जिन्हें समय रहते लोगों ने बाहर निकाल लिया था।
घटना के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने और मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग भी उठाई है।
स्थिति को संभालने के लिए कटकमदाग थाना पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की टीम मौके पर मौजूद है, लेकिन घटना के घंटों बाद भी कृष्ण कंस्ट्रक्शन का कोई भी अधिकारी या प्रतिनिधि वहां नहीं पहुंचा है। इससे स्थानीय लोगों का गुस्सा और भी भड़क गया है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि इससे पहले भी सुरक्षा से जुड़ी शिकायतें कंस्ट्रक्शन कंपनी और संवेदक को की गई थीं, लेकिन हर बार यही जवाब मिला कि “ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।” अब लोग संवेदक के खिलाफ कठोर कार्रवाई और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।

