गिरिडीह: जिले में बेंगाबाद थाना क्षेत्र के मोतीलेदा पंचायत के खेत में काम कर रही विधवा महिला और उसकी देवरानी के साथ पांच लोगों ने दिनदहाड़े दरिंदगी की कोशिश की। घटना 22 जुलाई की शाम करीब 4 बजे की है। पीड़िता पचंबा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पीड़िता ने बताया कि खेत में अकेली काम कर रही थी। तभी कोल्हासिंघा निवासी सुरेश वर्मा (43) और उसका बेटा प्रिंस वर्मा (19) तीन अज्ञात लोगों के साथ वहां पहुंचे। सभी ने उसे जबरन झाड़ियों की ओर खींचा। विरोध करने पर उसे जमीन पर पटक दिया। कपड़े फाड़े और छेड़छाड़ करने लगे। विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट भी की।चीख-पुकार सुनकर पास के खेत में काम कर रही उसकी देवरानी दौड़कर आई। उसने बचाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे भी पकड़ लिया। उसका मुंह दबाया और उसके साथ भी छेड़छाड़ की। सुरेश और प्रिंस ने धमकी दी कि घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देंगे। कहा कि कोर्ट में जो केस किया है, उसे वापस ले लो, नहीं तो जान से मार देंगे। इतने में शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। सभी आरोपी भाग निकले।
पीड़िता ने यह भी बताया कि वह विधवा है, खेती कर परिवार चलाती है। इससे पहले भी सुरेश और प्रिंस ने उसकी निजता भंग की थी और 15 लाख की रंगदारी मांगी थी।
इस संबंध में 26 अप्रैल को बेंगाबाद थाना, एसडीपीओ और गिरिडीह एसपी को आवेदन दिया था। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मजबूर होकर गिरिडीह कोर्ट में परिवाद पत्र संख्या 853/2025 के तहत केस दर्ज कराया। पीड़िता ने कहा कि अगर पहले कार्रवाई होती तो यह घटना नहीं होती। बार-बार थाना जाने पर भी सुनवाई नहीं हो रही। अब जीने की इच्छा खत्म हो रही है। खुद को असहाय महसूस कर रही हूं। एसडीपीओ को आवेदन देकर आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग की हैप्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण आरोपी बेलगाम हैं और लगातार महिलाओं की गरिमा व सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐपवा नेत्री प्रीति भास्कर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो ऐपवा और भाकपा माले पूरे जिले में आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगी।
माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि जमीन माफिया की ताकत थाना से आती है, कुछ थाना जमीन मामले को देखना बंद करे और अंचल अधिकारी को दें,बिना मारपीट का भी थाना जमीन मामले में ज्यादा इंट्रेस्ट दिखाते है।