संवाद हीनता से ही समस्या कंपनियों के हाथ से निकलकर विधि व्यवस्था की चुनौती बन जाती है, कंपनी प्रबंधन मजदूरों की समस्याएं सुनें – समाधान सुनिश्चित करें
शनिवार को उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने जिले की सभी निजी एवं सरकारी कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे अपने – अपने प्रतिष्ठानों में एक नियमित अंतराल पर मजदूर/श्रमिक संगठनों के साथ बैठक आयोजित करें। इसका उद्देश्य श्रमिकों की समस्याओं, सुझावों एवं कल्याण से संबंधित मुद्दों पर संवाद स्थापित कर समाधान की दिशा में ठोस कार्रवाई करना है।
समस्याओं के निराकरण में नहीं हो लापरवाही
उपायुक्त ने कहा कि कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि मजदूरों द्वारा उठाए गए प्रत्येक मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए और उस पर संवेदनशीलतापूर्वक कार्यवाही की जाए। कहा कि किसी भी संवादहीनता से ही समस्या कंपनियों के हाथ से निकलकर विधि व्यवस्था की चुनौती बन जाती है।
उन्होंने जिला प्रशासन को बैठक में लिए गए निर्णयों और उठाए गए बिंदुओं की प्रोसिडिंग तैयार कर जिला प्रशासन को अवगत कराने को कहा। इससे प्रशासनिक स्तर पर भी पारदर्शिता एवं निगरानी बनी रहेगी और आवश्यकता पड़ने पर शासन स्तर से सहयोग एवं मार्गदर्शन भी मिल सकेगा।
औद्योगिक विकास के लिए आवश्यक है श्रमिक कल्याण
उपायुक्त ने सभी औद्योगिक इकाइयों से अपील किया है कि वे अपने श्रमिकों को केवल कार्यबल के रूप में नहीं बल्कि एक भागीदार के रूप में देखें। उनके हितों की रक्षा और उनके विकास की दिशा में ठोस कदम उठाएं। इससे कंपनियों की कार्यक्षमता तो बढ़ेगी ही, साथ ही जिले के औद्योगिक विकास को भी नई गति मिलेगी।
जानकारी हो कि, अपने विभिन्न मांगों को लेकर आज सीटीपीएस, चंद्रपुरा में मजदूरों ने गेट जाम कर दिया था। उपायुक्त ने श्रमिक नेताओं के साथ हुए संवाद के बाद यह निर्देश सभी निजी एवं सरकारी कंपनियों के प्रबंधन को दिया।