भारत के चुनाव आयोग मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण में 1 जुलाई 1987 से पहले जन्मे लोगों को अपनी जन्मतिथि/ जन्मस्थान सिद्ध करना होगा, 1 जुलाई 1987 से 2 दिसंबर 2004 के बीच जन्मे लोगों को अपनी जन्मतिथि और माता – पिता में से किसी एक की जन्मतिथि/जन्म स्थल सिद्ध करना होगा, 1987 से पहले बैंक या डाकघर खाते या जीवन बीमा पॉलिसी जैसे दस्तावेजों ही मान्य माने जाने से जन साधारण लोगों की मतदाता सूची से बंचित के सवाल पर गुरुवार को एसयूसीआई कम्युनिस्ट पार्टी की और से चन्दनकियारी प्रखण्ड के नेताजी सुभाष चौक चंदनकियारी में नुक्कड़ सभा कर लोगों के बीच मतदाता सूची पुनरीक्षण की ड्राफ्ट को पाठ सुनाते हुए लोगों को जागरूक किया गया। वही पार्टी लोकल कमिटी सचिव गोपाल महतो ने कहा कि केन्द्र सरकार के इशारे में चुनाव आयोग मतदाता सूची के नाम दर्ज में एनआरसी जैसी जटिल प्रक्रिया अपनाई है। जिसे देश के अधिकांशतः लोग वंचित हो जाएंगे। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौके पर धुर्जोति घोष हाबुलाल महतो, हरिपद महतो, बंशीधर महतो, हामिद अंसारी, संजय कालिंदी, कालीपद हांसदा , नुनीबाला उरांव आदि मौजूद रहे।

