चास, बोकारो। विद्यार्थियों के बीच समग्र विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दिल्ली पब्लिक स्कूल चास, बोकारो में 14 अक्टूबर 2025 को दो दिवसीय साहसिक शिविर का शानदार आगाज़ हुआ। इस साहसिक शिविर में आज पहले दिन कक्षा-प्रेप से पाँचवीं तक के 500 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। गतिविधि क्षेत्र उत्साह से गूँज उठा जब विद्यार्थियों ने क्षमता और अक्षमता की सीमाओं को पार करके सक्रियता, तत्परता और सहजता पैदा करने की ललक को उजागर किया। इसमें उन्हें विभिन्न साहसिक खेलों, टीम-निर्माण खेलों में कौशल विकसित करने में मदद करने, टीमवर्क, समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देने का ज्ञान प्राप्त हुआ। शिविर में बच्चों की चपलता, शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती के साथ-साथ खेल भावना का जीवंत प्रदर्शन देखने को मिला।
शिविर का उद्घाटन विद्यालय की निदेशिका/प्राचार्या डॉ. मनीषा तिवारी ने किया। सावधानीपूर्वक तैयार किए गए और कुशल प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में, बच्चों ने रस्सी पर चलना, मकड़ी के जाले जैसी संरचनाओं से होकर गुजरना, जटिल गुफाओं में से होकर गुजरना, डबल रोप ब्रिज, रस्सियों से चढ़ना, जिप लाइन, कैट वॉक और कमांडो क्रॉल जैसी गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में सीखने की पहल, समूह-निर्माण कार्य और फन-भूलभुलैया गेम भी शामिल थे। उनकी उत्साहपूर्ण भागीदारी ने शिविर के उत्साह को और बढ़ा दिया।
इस शिविर के संबंध में अपना विचार व्यक्त करती हुई निदेशिका/प्राचार्या डॉ. तिवारी ने प्रतिभागियों को सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए पूरे जोश और उत्साह के साथ शिविर की रोमांचक गतिविधियों का आनंद लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे शिविर टीम भावना का विकास करते हैं और चुनौतियों का सामना करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहने की सीख देते हैं।

