धनबाद। धनबाद में हुवे कांग्रेस के कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाना। स्वतंत्रता संग्राम को तोड़-मरोड़ कर पेश करना और देश की विरासत का अपमान करना भाजपा का काम है।हाल ही में हुए कांग्रेस पार्टी के ऐतिहासिक गुजरात अधिवेशन से बौखलाए मोदी-शाह की जोड़ी ने फिर से कांग्रेस पार्टी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) – अपनी पसंदीदा आपराधिक वसूली मशीन – को छोड़ दिया है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता श्री राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर तथाकथित आरोपपत्र कुछ और नहीं बल्कि विशुद्ध राजनीतिक षड्यंत्र है। गांधी परिवार का हर सदस्य – चाहे वह राजनीति में हो या नहीं – भाजपा द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।विडंबना यह है कि पहली बार मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप ऐसे मामले में लगाए जा रहे हैं, जिसमें एक भी पैसा या संपत्ति हस्तांतरित नहीं की गई है! बैलेंस शीट को कर्ज मुक्त बनाने के लिए कर्ज को इक्विटी में बदला जाता है। यह एक आम प्रथा है और पूरी तरह से कानूनी है। जब पैसा ही नहीं है, तो लॉन्ड्रिंग कहां है?ये एक षड्यंत्रकारी राजनीतिक ठगी है। मोदी सरकार ने ED को अपना Election Department बना लिया है और बेशर्मी से और बार-बार प्रतिशोध के लिए इसका दुरुपयोग कर रही है। ED के मामलों में सजा की दर सिर्फ 1% है। इसके अलावा, ED ने जो राजनीतिक मामले दर्ज किए हैं, उनमें से 98% मामले सत्ताधारी पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के परिवार के खिलाफ मनगढ़ंत मामलों में की जा रही साजिश सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से कम नहीं है। फ़र्ज़ी और झूठे मामलों के माध्यम से नेतृत्व और उनके परिवारों को निशाना बनाकर, भाजपा सरकार कांग्रेस पार्टी को दबाने की पूरी कोशिश कर रही है – एकमात्र ताकत जो लगातार लोगों के साथ और इस देश की आत्मा के लिए खड़ी रही है। यह लोकतांत्रिक विपक्ष पर सीधा और खतरनाक हमला है। यह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा राजनीतिक धमकी का एक भद्दा प्रयास है। यह बदले की राजनीति का सबसे बुरा रूप है।चाहे वे हमें कितना भी चुप कराने की कोशिश करें, हम चुप नहीं होंगे। जो लोग दूसरों को डराने की कोशिश करते हैं, वे खुद डरे हुए हैं। यह एक राजनीतिक साजिश है, और कांग्रेस पार्टी इसका सीधे सामना करेगी। सत्य की जीत होगी।
			
