ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन की घोषित प्रतिवाद दिवस पर किया पुतला दहन

चंदनकियारी/ बोकारो. अमेरिकी साम्राज्यवाद समर्थित इसराइल द्वारा गाजा में जघन्य कुकृत्य नरसंहार के खिलाफ आक्रोश में ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन की घोषित प्रतिवाद दिवस पर चन्दनकियारी में मंगलवार को नेताजी चौक दुबेकाटा, बरमसिया में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प तथा इसराइल के राष्ट्रपति इसाक हर्जोन का पुतला जलाकर आक्रोश व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राज्य सचिव कुमुद महतो व संचालन किसान नेता जगन्नाथ रजवार ने किया। इस दौरान कुमुद महतो ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक गाजा में करीब 11 हजार 200 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।अस्पतालों में फ्यूल खत्म हो गया है। मरीजों के लिए खाने और पानी की भी किल्लत है।बिजली बंद होने से मशीनें काम नहीं कर रही हैं। आईसीयू में मरीजों और इंक्यूबेटर में नवजात बच्चों की हालात नाजुक हो रही है। युद्ध की वजह से गाजा में अब तक 23 लाख लोगों को अपने घरों को छोड़कर भागने पर विवश हुए। इन जघन्य कुकृत्य व नरसंहार की कड़ी शब्दों निन्दा करती हूं। मौके पर नुनीवाला उराव,असमा बिबी, हाबुलाल महतो, दक्षिण मंडल, हरिपद महतो, भरत किशोर मांझी, सिमरुद्दिन अंसारी,रामु महतो, मो. हबीब साह, पल्टु महतो, ढिलु महतो,भन्दु महतो आदि शामिल रहे.

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ईएसएल ने अपने 25वें वित्त वर्ष में विकासोन्नमुखी, समावेशी और बेहतरीन प्रदर्शन किया

बोकारो, ईएसएल ने वित्त वर्ष 25 के समापन समारोह में प्रगति और लोगों को प्राथमिकता देने वाली पहलों के विकासोन्मुखी वर्ष का जश्न मनाया। जिसमें आकर्षक गतिविधियों और व्यवसाय, सामाजिक और कर्मचारी जुड़ाव क्षेत्रों में उपलब्धियों पर ज़ोर दिया गया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण स्टूडियो घिबली की दुनिया से प्रेरित एक रचनात्मक रूप से गतिविधि ‘अपने नेता को जानें’ थी, जिसने मुस्कान, हँसी और कर्मचारियों और नेतृत्व के बीच एक गहरा संबंध स्थापित किया। एक प्रेरक AV प्रस्तुति भी पेश की गई, जिसमें वित्त वर्ष 25 के मील के पत्थर और महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाया गया.समुदायों में परिवर्तनकारी बदलाव लाना वित्त वर्ष 25 में ईएसएल के सीएसआर प्रयासों ने सकारात्मक बदलाव किए हैं। सशक्तिकरण, कौशल निर्माण और आजीविका सृजन पर केंद्रित कई पहलों के माध्यम से 85,437 से अधिक व्यक्तियों को प्रभावित किया है। ईएसएल ने अपनी प्रभावशाली सामाजिक पहलों के माध्यम से सामुदायिक विकास में महत्वपूर्ण प्रगति की है।  स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 2,784 से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाया गया, जिससे उन्हें वित्तीय स्वतंत्रता और सामुदायिक नेतृत्व मिला। इसके साथ ही, 1,941 युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल में प्रशिक्षित किया गया, जिससे 74.56% की प्रभावशाली नौकरी प्लेसमेंट दर प्राप्त हुई। कंपनी ने उद्यम प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 500 किसानों का भी समर्थन किया, जिसके परिणामस्वरूप 100% जुड़ाव दर हुई और कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई। इसके अतिरिक्त, 50 युवा एथलीटों को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार किया जा रहा है, जो समग्र और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। ईएसएल के पुरस्कार और प्रशंसा ईएसएल को वित्त वर्ष 2025 में गुणवत्ता, स्थिरता और समावेशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए व्यापक रूप से मान्यता मिली। कुछ प्रमुख मान्यताओं में ईएसएल को हैप्पीनेस एंड वेल-बीइंग अवार्ड 2025 से सम्मानित किया जाना शामिल है, जिसे खुशहाल जगहों में से एक नामित किया गया है।  इसके प्रभावशाली सामुदायिक प्रयासों ने सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल पहल (कॉर्पोरेट) के लिए भारतीय सीएसआर पुरस्कार 2024 अर्जित किया, जबकि विविधता और समावेशन के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को सीआईआई एक्सीलेंस इन वूमेन इन एसटीईएम 2024 पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, ईएसएल ने 65 उद्योगों के बीच प्रतिस्पर्धा करते हुए सीआईआई एनकॉन अवार्ड्स में दूसरा रनर-अप का स्थान हासिल किया। कंपनी की एचआर प्रथाओं को एचआर उत्कृष्टता के लिए मजबूत प्रतिबद्धता के लिए सीआईआई एचआर उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 16वें ईएलएससी लीडरशिप अवार्ड्स में, ईएसएल को आपूर्ति श्रृंखला में उत्कृष्ट परिवर्तन के लिए मान्यता दी गई, और इसने आईएमसी आरबीएनक्यूए ट्रस्ट द्वारा आयोजित एमक्यूएच सर्वश्रेष्ठ अभ्यास प्रतियोगिता 2024 में प्रतिष्ठित एमक्यूएच विजेता ट्रॉफी (विनिर्माण श्रेणी) जीती। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने ग्वालियर के एबीवी-आईआईआईटीएम में आयोजित एनसीक्यूसी 2024 में 607 कंपनियों की 2,227 टीमों के बीच खड़े होकर प्रशंसा अर्जित की।  जुड़ाव और समावेश की संस्कृति का निर्माण ESL ने वित्त वर्ष 25 में कर्मचारियों के लिए आकर्षक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला के माध्यम से एक जीवंत और समावेशी कार्यस्थल संस्कृति का पोषण करना जारी रखा। ESL वॉक-ए-थॉन में 300 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें गांधी और शास्त्री जयंती मनाई गई और साथ ही स्वास्थ्य और एकता को बढ़ावा दिया गया। ESL T10 क्रिकेट टूर्नामेंट 2025 ने वरिष्ठ नेतृत्व मैचों, पुरुषों और महिलाओं के फाइनल और शीर्ष प्रदर्शन करने वालों के लिए विशेष सम्मान के साथ उत्साह बढ़ाया। विश्व जल दिवस 2025 के अवसर पर, 500 से अधिक कर्मचारी जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक साथ आए। महिला परिषद ERG द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 का उत्सव, इंटरैक्टिव गेम्स, सांस्कृतिक प्रदर्शन, प्रेरक संदेशों और कर्मचारी सम्मानों द्वारा चिह्नित किया गया था। सांस्कृतिक जीवंतता को जोड़ते हुए, संस्कृति ERG ने होली मिलन और ईद-ए-दावत जैसे उत्सव समारोहों की मेजबानी की, जिससे कर्मचारी एकता, उत्सव और विविधता की भावना में एक साथ आए। इसके अलावा, वेदांता ईएसएल के सीईओ  आशीष गुप्ता को उनकी समर्पित सेवा और नेतृत्व के लिए प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा हार्दिक धन्यवाद दिया गया। अपने संबोधन में, उन्होंने घरेलू युवा प्रतिभाओं को सशक्त बनाने की वेदांता की अनूठी संस्कृति पर प्रकाश डाला – जो इसे अधिक पारंपरिक समूहों से अलग करती है। आजीवन सीखने के मूल्य पर जोर देते हुए, उन्होंने सभी को आज की तेजी से बदलती पेशेवर दुनिया में प्रासंगिक बने रहने के लिए अपने कौशल को लगातार उन्नत करने के लिए प्रोत्साहित किया। ईएसएल जैसे गतिशील संगठन का नेतृत्व करने की अपनी यात्रा पर विचार करते हुए, उन्होंने सभी को अपनी शुभकामनाएं दीं, उनसे सक्रिय, जिज्ञासु और भविष्य के लिए तैयार रहने का आग्रह किया।  वित्त वर्ष 25 की उपलब्धियों पर बोलते हुए, ESL के डिप्टी सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक, रवीश शर्मा ने कहा, “वित्त वर्ष 25 उद्देश्य, लोगों और दृढ़ता की शक्ति का प्रमाण था। प्रभावशाली सामाजिक पहलों को आगे बढ़ाने से लेकर एक संपन्न कार्यस्थल संस्कृति बनाने तक, हमें एक जिम्मेदार और समावेशी संगठन के रूप में हमने जो प्रगति की है, उस पर हमें गर्व है। जैसे-जैसे हम अपनी यात्रा जारी रखते हैं, हम मजबूत समुदायों के निर्माण, व्यक्तियों को सशक्त बनाने और एक ऐसे कार्यस्थल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहाँ उत्कृष्टता और सहानुभूति साथ-साथ चलती है।” ESL जीवन को बदलने, समुदायों को ऊपर उठाने और परिचालन उत्कृष्टता और समावेशी विकास में उदाहरण के तौर पर नेतृत्व करने के अपने मिशन में प्रतिबद्ध है।  वेदांता ESL के बारे में:  झारखंड के बोकारो जिले के सियालजोरी गाँव में स्थित, वेदांता ESL स्टील उत्पादों का एक अग्रणी निर्माता है। इसका 1.5 मिलियन टन प्रति वर्ष (MTPA) का ग्रीनफील्ड एकीकृत स्टील प्लांट है जो पिग आयरन, बिलेट्स, TMT बार, वायर रॉड और डक्टाइल आयरन पाइप का उत्पादन करता है।  यह संयंत्र निर्धारित पर्यावरण मानकों के अनुरूप कार्य करता है, तथा विश्वस्तरीय सेवाएं और उत्पाद प्रदान करने के लिए प्रतिष्ठित निर्माताओं से अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञता और समाधान लाता है।

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जनता दरबार पहुंचे लोगों के मामलों पर उपायुक्त ने की सुनवाई 

प्राप्त आवेदनों पर लिया संज्ञान, संबंधित पदाधिकारियों को निष्पादन का दिया जरूरी – निर्देश Bokaro: समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में सोमवार को उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने आयोजित जनता दरबार में आम जनता से जुड़ी समस्याओं पर क्रमवार सुनवाई की। इस दौरान जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंचे 46 से ज्यादा लोगों की क्रमवार समस्याओं/शिकायतों पर सुनवाई किया। साथ ही संबंधित विभागों के पदाधिकारियों को प्राप्त आवेदनों को अग्रसारित करते हुए अविलंब जांच कर जल्द समाधान करने का निर्देश दिया। इसके अलावा दर्जनों मामलों का ऑन स्पॉट निष्पादन किया।  जनता दरबार में भूमि अतिक्रमण, सामान्य शाखा, जिला आपूर्ति, भूमि पर कब्जा, राजस्व, चास अंचल, आपूर्ति विभाग, विशेष प्रमंडल, लीड बैंक मैनेजर, अंचल कार्यालय चंदनकियारी, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण आदि से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए थे। मौके पर डीपीएलआर निदेशक श्रीमती मेनका, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा श्री पियूष, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।

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एम जी एम स्कूल में खेलो इंडिया महिला जूडो पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान

एम जी एम स्कूल बोकारो में खेलो-इंडिया बोकारो सिटी वूमेंस जूडो लीग का आयोजन किया गया था जो की स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया,मिनिस्ट्री ऑफ़ स्पोर्ट्स के तत्वाधान में बोकारो जूडो संघ के द्वारा आयोजित की गई थी| इस खेलो इंडिया महिला जूडो लीग में एम जी एम स्कूल के 16 महिला खिलाड़ियों ने पदक अपने नाम किया था| स्कूल के जूडो प्रशिक्षक राजीव कुमार सिंह ने बताया कि सभी पदक विजेता महिला खिलाड़ियों का सम्मान स्कूल के प्रातः प्रार्थना सभा में स्कूल के प्राचार्य द्वारा किया गया खिलाड़ियों ने आठ स्वर्ण, चार रजत एवं चार कांस्य पदक जीतकर फिर से एक बार स्कूल का तथा बोकारो का नाम राज्य स्तर पर ऊंचा किया है| पदक जीतने वाले खिलाड़ियों में साक्षी सिंह सोलंकी, प्रियदर्शनी सिंह, आयुषी सिंह, पीहू, अना शांडिल्य, स्नेहा कुमारी,दुर्गा टंडन,जेबा नाज,साक्षी श्रीवास्तव, आस्था पांडे,श्रेया रानी, सौम्या शेखर, सुरभि कुमारी, रिचा नंदा, सरोज कमल शामिल है| खिलाड़ियों के इस शानदार प्रदर्शन पर झारखंड जूडो संघ के अध्यक्ष श्री के एन त्रिपाठी  एवं सचिव परीक्षित तिवारी, एम जी एम स्कूल के प्राचार्य  फादर डॉक्टर जोशी वर्गीस, उप प्राचार्य रेखा बनर्जी, हेड मिस्ट्रेस सपना जोशी, अकादमी इंचार्ज जॉर्ज जोसेफ के साथ-साथ स्कूल के शिक्षकों में राजेश्वर सिंह, मीनाक्षी कुमारी, सौरभ कुमार,मोहसिन राजा एवं वंदना कुमारी ने अपनी ढेर सारी शुभकामनाएं भेंट की|

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नावाडीह के खुंटा में एप्रोच पथ को लेकर ग्रामीणों एवं एक पक्ष में हुआ विवाद

देर रात को डीसी – एसपी मौके पर पहुंचे, दोनों पक्षों से किया संवाद विवादित भूमि पर एसडीओ – एसडीपीओ बेरमो/बीडीओ – सीओ एवं आस – पास के विभिन्न थानों के थाना प्रभारी/पुलिस बल मौजूद, स्थिति सामान्य बोकारो/ नावाडीह थाना अंतर्गत खुंटा मौजा में ग्रामीणों एवं एक पक्ष के 02 डेसिमल एप्रोच पथ को लेकर हुए विवाद की जानकारी प्राप्त होते ही सोमवार देर रात स्वयं डीसी श्रीमती विजया जाधव एवं एसपी श्री मनोज स्वर्गियारी ने घटनास्थल पहुंच मामले की जानकारी ली।इससे पूर्व,एसडीओ- एसडीपीओ/बीडीओ -सीओ/थाना प्रभारी ने पंचायत समिति के सदस्यों, मुखिया आदि ने सुझ-बुझ से मामले को शांत कराया।मामले में एक पक्ष के व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है एवं उनके परिवार के सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर रखा गया है।द्वय पदाधिकारियों ने दोनों पक्षों से मामले की विस्तृत जानकारी ली। विवादित भूमि से संबंधित दस्तावेज की जांच की और संबंधित पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया। देर रात से ही मौके पर एसडीओ बेरमो श्री मुकेश मछुआ एवं एसडीपीओ बेरमो श्री वी एन सिंह समेत बीडीओ – सीओ एवं आसपास के थानों के थाना प्रभारी एवं पुलिस बल मौजूद हैं। वर्तमान समय में पूरे क्षेत्र की स्थिति सामान्य है। मौके पर दंडाधिकारी एवं पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया है।जानकारी हो कि, विवादित भूमि स्थल से किसी तरह से कोई झंडा उखाड़ा नहीं गया है और ना ही यह मामला रामनवमी पर्व से संबंधित है।पूरी स्थिति पर डीसी – एसपी स्वयं निगरानी बनाएं हुए हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति बनाएं रखने एवं विधि व्यवस्था संधारण में प्रशासन का सहयोग करने का अपील किया है।

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मोटर साईकिल जुलूस/रैली निकालना/आयोजित करना रहेगा प्रतिबंधित

बोकारो। अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने आदेश जारी कर रामनवमी पर्व के अवसर पर मोटरसाईकिल जुलूस/रैली निकालना/आयोजित करना प्रतिबंधित किया है।जारी आदेश पत्र में कहा गया है कि,ऐसी सूचना प्राप्त हो रही है कि बिना किसी पूर्व सूचना के कुछ स्थानों पर मोटर साईकिल जुलूस/रैली निकाल दिया जाता है, जिससे अव्यवस्था का माहौल उत्पन्न हो जाता है। रामनवमी पर्व, 2025 में झांकी एवं शोभा यात्रा निकाली जायेगी। जिसमें विभिन्न स्थानों पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।ऐसे में यदि मोटर साईकिल जुलूस/रैली निकाली जाती है तो दुर्घटना होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसमें मोटर साईकिल सवार सहित आमजन को चोट पहुँच सकती है।अतः सम्यक विचारोपरांत आदेश दिया जाता है कि रामनवमी पर्व, 2025 के अवसर पर बोकारो जिले के किसी भी स्थान पर मोटरसाईकिल जुलूस/रैली निकालना /आयोजित करना प्रतिबंधित रहेगा

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रामनवमी को लेकर पेटरवार पुलिस ने निकाली फ्लैग मार्च, शांति व्यवस्था बनाए रखने का दिया संदेश

तीसरी आंख से रखी जाएगी नजर ; अशोक राम पेटरवार : पेटरवार रामनवमी पर्व को लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से शनिवार को पेटरवार पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया। फ्लैग मार्च के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल के जवान शामिल थे। फ्लैग मार्च अंचल अधिकारी अशोक कुमार राम, थाना प्रभारी राजू कुमार मुंडा एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष महतो के नेतृत्व में आयोजित किया गया। फ्लैग मार्च पेटरवार थाना से निकलकर कसमार रोड,मस्जिद ,गागी हॉट, मठ टोला,केवट मल्लाह,न्यू बस स्टैंड से वापस तेनु चौक से होते हुए पेटरवार थाना पहुंची। अंचल अधिकारी अशोक राम ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहां क ड्रोन कैमरा और कैमरा की नजर से रखी जाएगी ।चेतावनी दी कि हुड़दंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि निर्भीक होकर चैतीदर्गा पूजा और रामनवमी शांतिपूर्वक त्यौहार मनाएं, पुलिस हर परिस्थिति में आपके साथ खड़ी है।

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अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की प्रमुख पहल ‘नंद घर’ ने 15 राज्यों में 8,000 का आंकड़ा पार किया

राजस्थान में 20,000 और नंद घरों के माध्यम से 20 लाख जीवनों को छूने का लक्ष्य नई दिल्ली, 5 अप्रैल, 2025: अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (AAF) की प्रमुख पहल नंद घर ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसमें 8,044 आँगनवाड़ियों को महिलाओं और बच्चों के समग्र विकास के लिए आधुनिक केंद्रों में परिवर्तित किया गया है। यह पहल भारत के 15 राज्यों में फैली हुई है और ग्रामीण विकास के प्रति वेदांता की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नंद घर के माध्यम से अब तक 3 लाख से अधिक बच्चों और 2 लाख महिलाओं को प्रारंभिक बाल शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और कौशल विकास जैसी सुविधाओं का लाभ मिला है।नंद घर पारंपरिक आँगनवाड़ियों का आधुनिक रूप हैं, जो उन्नत सुविधाओं से परिपूर्ण हैं। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ ही यहाँ स्मार्ट शिक्षा उपकरण, इंटरएक्टिव ई-लर्निंग मॉड्यूल, बाला (BaLA) डिज़ाइन और स्मार्ट टीवी जैसी सुविधाएँ भी दी जाती हैं, ताकि 3-6 साल के बच्चों के लिए सीखने की प्रक्रिया को रोचक बनाया जा सके। हर केंद्र में बच्चों के अनुकूल फर्नीचर, बिजली, स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ शौचालय की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इस प्रकार, नंद घरों में बच्चों को एक सुरक्षित और पोषणयुक्त माहौल मिलता है। शिक्षा के साथ-साथ, नंद घर कुपोषण के खिलाफ भी काम कर रहे हैं। यहाँ बच्चों को पोषक आहार और गर्भवती व स्तनपान कराने वाली माताओं को ज़रुरी पोषण सहायता दी जाती है। इसके अलावा, नियमित टीकाकरण अभियान और स्वास्थ्य शिविर जैसी स्वास्थ्य सेवाएँ भी उपलब्ध कराई जाती हैं, जिससे संपूर्ण समुदाय के स्वास्थ्य को और बेहतर बनाया जा सके। नंद घर महिला सशक्तिकरण को भी मजबूत बना रहा है, जिसमें समुदाय की महिलाओं को हस्तशिल्प, खाद्य प्रसंस्करण और रिटेल जैसे कौशल निर्माण गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। इससे महिलाएं प्रति माह औसतन ₹10,000 तक की आय अर्जित करने में सक्षम हो रही हैं।नंद घर अपनी पहुँच को लगातार बढ़ा रहा है। 2024-25 उपलब्धियों का एक खास साल रहा है। कुपोषण से लड़ने के लिए, नंद घर ने दो चरणों में प्रोटीन युक्त मिलेट शेक वितरित किए, जिससे छह राज्यों के बच्चों को लाभ मिला। पेटेंटेड और FSSAI प्रमाणित इस मिलेट शेक में 23 आवश्यक विटामिन और मिनरल्स शामिल हैं, और इसे रागी, बाजरा, फॉक्सटेल और कोदो जैसे मोटे अनाजों के मिश्रण से तैयार किया गया है। सरकार द्वारा दैनिक आहार में मिलेट्स के उपभोग को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत, नंद घर की यह पहल पोषण सुरक्षा को बढ़ावा देने की राष्ट्रीय दृष्टि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसमें स्थायी और स्थानीय रूप से प्राप्त सुपरफूड्स को प्रोत्साहित किया जा रहा है।इस वर्ष मार्च में, AAF ने गर्वपूर्वक महाराष्ट्र के पहले नंद घरों का उद्घाटन किया, जिसमें ठाणे में 25 नए केंद्रों की शुरुआत की गई। अपनी पहुंच को और विस्तारित करते हुए, फाउंडेशन आगामी दो वर्षों में राजस्थान में 20,000 और नंद घर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे ग्रामीण समुदायों में बड़े पैमाने पर बदलाव लाया जा सके।यह पहल भारत सरकार के महिला और बाल विकास के दृष्टिकोण के अनुरूप है। मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 6 साल तक के बच्चों और उनकी माताओं को संपूर्ण देखभाल एवं पोषण प्रदान करता है। यहाँ प्रशिक्षित स्टाफ, शिक्षा सामग्री, पोषण और बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कई गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं, जिससे उन्हें सुरक्षित माहौल में बेहतर देखभाल मिल सके। पूरे देश में 14 लाख से आँगनवाड़ी केंद्र 7 करोड़ से ज़्यादा बच्चों को सेवाएँ दे रहे हैं। ऐसे में, नंद घर का मॉडल मौजूदा व्यवस्थाओं को और सशक्त बनाता है और ग्रामीण भारत में महिलाओं व बच्चों के कल्याण के लिए सरकारी प्रयासों को बढ़ावा देता है।इस उपलब्धि पर बात करते हुए, प्रिया अग्रवाल हेब्बर, हिंदुस्तान ज़िंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, ने कहा, “8,000 नंद घरों की यात्रा हमारे इस संकल्प को दर्शाती है कि हम ज़मीनी स्तर पर जीवन में बदलाव लाने के लिए तत्पर हैं। ये केंद्र सिर्फ आधुनिक आँगनवाड़ी ही नहीं हैं, बल्कि संभावनाओं के ऐसे द्वार हैं, जहाँ बच्चे सीखते हैं, बढ़ते हैं और आगे बढ़ते हैं, और महिलाएँ आत्मनिर्भर बनने के लिए ज़रूरी साधन और कौशल प्राप्त करती हैं। नंद घर अब एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन का रूप ले रहा है और वास्तविक बदलाव ला रहा है। सरकार और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ हमारी साझेदारी इस मिशन को और मज़बूत बना रही है, जिससे हमें उद्देश्यपूर्ण रूप से आगे बढ़ने और पूरे भारत के समुदायों में सार्थक बदलाव करने में मदद मिल रही है।”आगे बात करते हुए, शशि अरोड़ा, नंद घर के सीईओ, ने कहा, “नंद घर में, हमारा उद्देश्य सिर्फ आँकड़ों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उन जिंदगियों में बदलाव लाना है, जो हमारे संपर्क में आती हैं। हम स्मार्ट लर्निंग, डिजिटल टूल्स और सतत पोषण कार्यक्रमों के माध्यम से भारत में आँगनवाड़ी व्यवस्था की नई परिभाषा रच रहे हैं। पिछले एक साल में हमने अत्याधुनिक डिजिटल लर्निंग मॉड्यूल और विस्तारित पोषण कार्यक्रम पेश किए हैं, ताकि हर बच्चा पोषण 2.0 दिशानिर्देशों के अनुसार दैनिक संतुलित आहार प्राप्त कर सके। हमारी प्रमुख पहल, जैसे- ‘खाना खाया क्या?’, मिलेट बार और शेक डिस्ट्रीब्यूशन ड्राइव, डिजिटल स्मार्ट लर्निंग मॉडल, बाल विकास और महिला सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को और मज़बूत करती है। हम आगे भी अपने प्रयासों को जारी रखेंगे, ताकि प्रारंभिक बाल शिक्षा, पोषण और महिला सशक्तिकरण के माध्यम से समाज में सार्थक और सतत बदलाव लाया जा सके।”इस उपलब्धि पर श्री रवीश शर्मा, डिप्टी सीईओ और डब्ल्यूटीडी, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने उत्साह व्यक्त करते हुए कहा: “नंद घर पहल की देश भर में अभूतपूर्व वृद्धि देखकर मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है – खासकर झारखंड में 150 नंद घरों की प्रेरक उपलब्धि। ईएसएल में, हम पूरे दिल से इस दृष्टिकोण के साथ जुड़ते हैं और हर बच्चे और महिला को उनके उज्जवल भविष्य की यात्रा पर सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये बढ़ती संख्याएँ सिर्फ़ प्रगति से कहीं ज़्यादा का प्रतिनिधित्व करती हैं – वे परिवर्तन की शक्तिशाली कहानियों को दर्शाती हैं, और हमें अनिल अग्रवाल फ़ाउंडेशन के नेतृत्व में इस सार्थक आंदोलन का हिस्सा बनने पर गर्व है।”चंदाहा की लाभार्थी अंजलि बद्याकर ने भी इसी भावना को दोहराते हुए अपना…

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जिले की स्थिति सामान्य, असामाजिक तत्वों पर रहेगी पैनी नजर, होगी सख्त कार्रवाईः उपायुक्त

बोकारो म समाहरणालय सभागार में शनिवार को नौकरी की मांग को लेकर बोकारो स्टील लिमिटेड (बीएसएल) प्लांट के एडीएम बिल्डिंग के समीप विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा प्रदर्शन और उसके बाद के घटनाक्रम एवं रामनवमी पर्व की तैयारियों को लेकर उपायुक्त विजया जाधव एवं पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने संवाददाता सम्मेलन किया। मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार एवं सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।उपायुक्त ने कहा कि जिले की स्थिति सामान्य है, आमजन अपने दैनिक दिनचर्या में वापस लौट गएं हैं। विधि व्यवस्था की कहीं कोई समस्या नहीं है। अगर विधि व्यवस्था संधारण में कोई समस्या उत्पन्न करता है, तो असामाजिक तत्वों/हुड़दंगियों के विरूद्ध जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा। किसी भी तरह के सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों के नुकसान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीसीटीवी – वीडियोग्राफी के माध्यम से निगरानी की जा रही है, पूरी स्थिति पर पैनी नजर है।चास अनुमंडल क्षेत्र में धारा 163 लागू है।* जिला प्रशासन के लिए विधि व्यवस्था का संधारण सर्वोच्च प्राथमिकता है।उपायुक्त ने कहा कि सभी जन प्रतिनिधियों एवं पक्षों की उपस्थिति में आहूत वार्ता में विस्थापित अप्रेंटिस संघ के धरना – प्रदर्शन की घटना में मृतक प्रेम कुमार महतो के परिजनों को बीएसएल प्रबंधन द्वारा 25 लाख रूपए मुआवजा एवं परिवार के एक सदस्य के नियोजन पर सहमति बनी है। मुआवजा राशि का चेक एवं नियोजन का आफर लेटर तैयार हैं।उपायुक्त ने बताया कि विस्थापितों की अन्य मांगों के लिए बीएसएल प्रबंधन – विस्थापितों के साथ प्रति माह के 15 तारीख को जिला नियोजन पदाधिकारी एवं अपर समाहर्ता की उपस्थिति में बैठक कर अनुश्रवण करेंगे। वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दिनांक 03.04.2025 को एडीएम बिल्डिंग के समक्ष विस्थापित अप्रेन्टीस संघ के द्वारा अपने विभिन्न मांगों को लेकर धरना- प्रदर्शन करने एवं धरना-प्रदर्शन के दौरान विस्थापित संघ एवं सी.आइ.एस.एफ. बलों के बीच हुई झड़प में विस्थापित संघ के एक व्यक्ति प्रेम कुमार महतो की मृत्यु मामले की विस्तृत जांच के लिए उपायुक्त द्वारा तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा कमेटी की अध्यक्षता करेंगी। बतौर सदस्य पुलिस उपाधीक्षक नगर एवं कार्य. दण्डा. बोकारो श्रीमती जया कुमारी शामिल हैं। प्रशासनिक भवन में अधिष्ठापित सी.सी.टी.वी फुटेज एवं मीडिया से प्राप्त फुटेज तथा अन्य साक्ष्यों के माध्यम से कमेटी जांच कर विस्तृत जाँच प्रतिवेदन उपलब्ध कराएगी, जिस पर अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में, वीडियो फुटेज के माध्यम से असामाजिक तत्वों/उपद्रवियों को चिन्हित किया जा रहा है।आगे, उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन रामनवमी पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने को लेकर प्रतिबद्ध है, इसको लेकर सभी जरूरी तैयारियां की गई है, चिन्हित स्थानों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी एवं पुलिस बलों को प्रतिनियुक्ति किया गया है। सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। द्वय पदाधिकारियों ने जिलावासियों से शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण माहौल में रामनवमी पर्व को मनाने* का अपील किया है। उन्होंने विधि व्यवस्था संधारण में जिला प्रशासन का सहयोग करने की बात कहीं। विधि व्यवस्था संधारण में मीडिया प्रतिनिधियों से प्राप्त सहयोग/इनपुट को लेकर उनके प्रति आभार जताया। मौके पर विभिन्न प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बोकारो में डेढ़ दर्जन से अधिक है महिला पदाधिकारी है पदस्थापित

बोकारो : अगर जुनून हो कुछ करने की तो बस लगन और इरादा पक्का होना चाहिए सफलता तो पीछे झक मारकर आती है। आज कोई भी ऐसा काम नहीं है जो आज महिलाएं ना कर पाये बस करने का जुनून और हौसला बुलंद और इरादा पक्का होना चाहिए तो मुकाम खुद ब खुद चलकर सामने आ जाती है और इसकी मिसाल है बोकारो जिला, आज बोकारो जिले के कई उच्च पदों पर महिला पदाधिकारी विराजमान है और अपनी कड़ी मेहनत और लगन से समाज को एक नई दिशा और दशा दिखाने का काम कर रही है। और बोकारो जिला को बेहतर बनाने में अपना अहम योगदान निभा रही है।आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है बोकारो जिला महिला सशक्तिकरण का एक विशेष उदाहरण है अपनी कड़ी मेहनत और लगन से मिसाल कायम कर रही है बोकारो में विभिन्न विभागों में विराजमान महिला पदाधिकारी,चाहे वह बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव हो विधायक हो चास एसडीओ या फिर डीटीओ या फिर खेल पदाधिकारी हो, समाज कल्याण पदाधिकारी हो, पब्लिक रिलेशन पदाधिकारी हो , जिला परिषद अध्यक्ष या फिर उपाध्यक्ष हो, मत्स्य पदाधिकारी ,लेखा प्रशासन एवं स्वनियोजन पदाधिकारी हो या फिर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा हो, ऐसे कई उच्च पदों पर आज डेढ़ दर्जन से अधिक महिलाएं पदाधिकारी बोकारो में विराजमान है और बोकारो के विकास की गाथा लिखने में अपना अहम भूमिका निभा रही हैं। देखा जाए तो महिलाएं राजनीतिक क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र या प्रशासनिक क्षेत्र हो फिर जाॅब कर रही महिला हो या फिर आत्मनिर्भर बन स्वरोजगार कर रही महिला हो सभी जगह महिला अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए और अन्य महिलाओं को भी जागरूक करने और सशक्त बनाने का काम कर रही है और समाज को एक नई दिशा में ले जाने को लेकर रात दिन संघर्ष और प्रयत्न कर रही है। दुनियाभर में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। भले ही मॉर्डन युग में महिलाएं तरक्की की सीढ़ियां चढ़ रही हो, लेकिन कुछ जगहों पर आज भी हालात खराब हैं। आज भी बहुत सी औरतों को सामाजिक, सोशल, राजनैतिक तो दूर मौलिक अधिकारो से भी वंचित रखा गया है। उन्हें सिर्फ घर के कामों के योग्य समझा जाता है। दुनिया के हर देश में महिलाओं को उनका अधिकार और मान-सम्मान मिले। दुनियाभर में महिलाओं के काम व समर्पण को सराहा जा सके। ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है अपने-अपने तरीके से रोजाना संघर्ष करके महिला स्थितियां बदल रही हैं। आज आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या खेल हो हर क्षेत्र महिलाओं की उपलब्धियों से भरा पड़ा है। आज महिलाएं आत्मनिर्भर बन गई हैं और हर क्षेत्र में वह मिसाल कायम कर रही हैं नारी सशक्तिकरण से ही राष्ट्र की उन्नति संभव है। महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता जरूरी है ताकि उन्हें उनका हक अधिकार मिल सके और वह पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।

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